नए कदम
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आज फिर मेरी गुड़िया बोली।
पापा जल्दी घर आना॥
बहुत सारी टॉफी…
और एक गुड़िया लाना॥
हम फिर नीचे पार्क जाएंगे।
भेल पूड़ी खा कर आएंगे॥
बाद में हम घर पर आकर।
दूध पियेगे फल खाएगे॥
पापा दफ्तर के अंकल को कहना।
आज घर जल्दी जाना है॥
मेरी गुड़िया याद है करती।
साथ खेलने जाना है॥
दिनभर उसकी बात याद थी।
उसकी बोलती आंखे याद थी॥
पर आज फिर से मैं देरी से हूँ।
सोचता हूँ आज क्या बहाना कहूँ?
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